जया एकादशी का महत्व
वर्ष में २४ एकादशियाँ होती है और सभी का अपना अपना अलग महत्व है। एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित है और भगवान विष्णु की कृपा दृष्टि पाने के लिए भक्त हर एकादशी को उपवास और व्रत रखते है। इस वीडियो में हम आपको जया एकादशी का महत्व बताने जा रहे हैं
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१ जया एकादशी, जिसे भैमी या भौमि एकादशी भी कहा जाता है, भक्तों के लिए उपवास और व्रत रखने का बहुत ही शुभ दिन माना जाता है। आंध्रप्रदेश और कर्नाटक राज्य में इसे भीष्म एकादशी के नाम से जाना जाता है
२ हिन्दू पंचांग के अनुसार, यह उपवास दिन शुक्ल पक्ष के ग्यारहवें दिन अर्थात एकादशी को आता है
३ अन्य एकादशियों की तरह यह एकादशी केवल भगवान विष्णु को ही समर्पित नहीं है। इस दिन भगवान शिव की भी उपासना की जाती है
४ जया एकादशी माघ महीने में आने के कारण इस एकादशी का महत्व अधिक बढ़ जाता है।
५ यह एकादशी स्वर्गीय गंधर्व माल्यवन और अप्सरा पुष्पवती के कहानी से संबंधित है
६ पारंपरिक रूप से इस उपवास का पालन करने के लिए भक्तों को दिन भर बिना कुछ खाये रहना पड़ता है। इसके आलावा औपचारिक पूजा करना अधिक लाभदायी होता है
७ यह एकादशी का दिन उन लोगों के लिए उपयुक्त माना जाता है जिन्होंने अपने जीवन में कुछ पाप किये है और उन पापों के लिए क्षमा मांगना चाहते हैं। इस दिन उपवास रखने से पिछले कार्मिक दोषों से मुक्ति सकती है और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है
८ ऐसे उपवासों और व्रतों की अधिक जानकरी के लिए देखते रहें अर्था चॅनेल